सोमवार, 15 अक्तूबर 2007

राष्ट्रभाषा का नया टूल हिंदीगाथा क्या है ?

क्लिक पर हिंदी की दुनिया


00हिंदीगाथा क्या है ?
-यह एक टूलबार हैं । जो इंटरनेट एक्सप्लोरर और मोजिल्ला पर काम करने वाला टूल बार है । इसकी विशेषता यह है कि अब तक आपने अँग्रेजी के टूल बार जरूर देखे होगें, पर यह हिंदी का टूल बार है ।
यह अंतरजाल यानी कि इंटरनेट पर हिंदी के बारे में लगभग सर्वस्व ढूँढने, पढने, लिखने और परखने वालों के लिए एक खास और शोधपूर्ण स्त्रोत औजार है । इसके सहारे आप अंतरजाल पर हिंदी की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं ।

इसके लिए कतई ज़रूरी नहीं कि आप किसी खास जाल स्थल का नाम जाने, अर्थात् उस वेबसाइट का युआरएल जाने । आपको बस्स संबंधित पर क्लिक करते जाना है । इसे हम एक क्लिक पर हिंदी की दुनिया भी कह सकते हैं ।

0 हिंदीटूल बार 'हिंदीगाथा' नाम ही क्यों ?
- अंतरजाल पर हिंदी की दुनिया लगातार समृद्ध होती जा रही है । अब कोई भी यहाँ हिंदी की महत्वपूर्ण साइटों पर पहुँच सकता है । उसे खंगाल सकता है । पर उसका पता के बिना वह लगभग यह कह बैठता है कि उसे अंतरजाल पर हिंदी दिखाई ही नहीं देती । हम ऐसे हिंदी की सामग्री खोजने वालों को नकारते नहीं हैं बल्कि उन्हें अंतरजाल के माध्यम से हिंदी के वैश्विक प्रतिष्ठा से जोड़ना चाहते हैं । उसकी यात्रा की एक बानगी दिखाना चाहते हैं । यानी कि हिंदी की गाथा गाना चाहते हैं, सो हम अपने हिंदी टूलबार का नाम ‘हिंदीगाथा’ रखा है ।

इस दिशा में हम अपने मित्रों की राय भी जानना चाहते हैं कि इस हिंदी टूल बार का अंतिम रूप से क्या नाम रखें, कृपया सुझाब दें । हमारा पता है - vivechak@gmail.com


0आप कैसे इस टूल बार को डाउनलोड कर सकते हैं ?
- आप या कोई भी इसे यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं । यह पूर्णतः निःशुल्क और निंरतर अपडेट या अद्यतन होते रहने वाला टूल है ।

0आपको हिंदी टूलबार हिंदीगाथा लोड़ करने से क्या-क्या सुविधा मिलेगी ?
- यदि कोई हिंदी टूलबार हिंदीगाथा डाउनलोड़ कर इंस्टाल करने पर उसके इंटरनेट वेब ब्राउजर में हिंदी की लगभग सारे कामों से जुड़ने का अवसर मिल सकेगा । इस टूलबार को इंस्टाल करते करने के बाद आपके ब्राउजर में हिंदी की सैकड़ों साइट सीधे लिंकित हो जाते हैं जहाँ से आप सीधे वहाँ तक पहुँच सकते हैं । ये साइट हिंदी के साइट्स, पोर्टल, ऑनलाइन रेडियो, टीव्ही, आश्वश्यक संसाधन आदि से संबंधित हैं । प्रकारांतर से हम इन्हें निम्नलिखित खंडों में बांट सकते हैं -

1.वेब-पत्रिका - हिंदी की 30 साहित्यिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, शैक्षिक वेबपत्रिकाएँ ।
2. समाचार पत्र - देश-विदेश के सभी दैनिक, साप्ताहिक, मासिक समाचार पत्रों के ऑनलाइन संस्करण।
3. ऑनलाइन रेडियो चैनल - देश-विदेश के शताधिक ऑनलाइन रेडियो चैनल से प्रसारित संगीत, समाचार का बगैर किसी म्यूजिक प्लेयर के रसपान ।
4. संदर्भ केंद्र - हिंदी के महत्वपूर्ण लिंक (हिंदी लिखने के सभी औजार-ऑनलाईन-आफलाइन, सर्च इंजन, शब्दकोश, हिंदी या युनिकोडित सहायता, हिंदी शब्दकोश, बहुभाषीय शब्दकोश), हिंदी ई-मेल, आवश्यक डाउनलोड्स हेतु जाल-स्थलों के लिंक आदि ।
5. ब्लॉग्स - हिंदी चिट्ठों के सभी एग्रीगेटर, चिट्ठे लिखने के संसाधन, सभी चिट्ठों के पते ।
6. लाइव क्रिकेट - किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच का ऑनलाइन स्कोर कार्ड ।
7. लाईव टीवी चैनल्स - हिंदी के महत्वपूर्ण टीवी चैनल्स । वीडियो क्लिप्स आदि ।
8. चैटिंग - समूह के सदस्यों के मध्य बिना किसी सॉफ्टवेयर के ऑनलाइन बातचीत करने की सुविधा।
9. गैजेट्स - दैनिक जीवन की ज़रूरी चीजें जैसे - कैलोरी कैलकुलेटर, सुडोकु आदि खास ऑनलाइन खेल, युनिट कन्वर्टर, अपने कंप्यूटर का आइपी एड्रेस, ऑनलाईन वायुयान, होटल, कार बुकिंग, युट्यूब्स, विकिपीडिया(इंटरनेट पर इनसायक्लोपीडिया, ऑनलाइन नोटबुक्स, स्मरण नोट्स )तथा कई चीजें ।
10. खोज इतिहास का विनष्टीकरण - एक क्लिक से सर्च करने वाले शब्दों के इतिहास को कंप्यूटर से हटाना ।
11. इमेल नोटिफायर - बार-बार ई-मेल में आइड़ी-पासवर्ड डाले बिना मेल चेक करने की सुविझा। मेल आने पर ध्वनि-संकेत के साथ ।
12. समाचार-सूचना - गूगल हिंदी समाचारों की आर एस एस फीड ।
13. शहर का मौसम - आपके शहर का मौसम, मौसम संबधी भविष्यवाणी ।
14. सर्चिंग - गूगल सर्च इमेज, न्यूज, स्टॉक और मौसम की खोज ।
15. पॉप अप ब्लॉक - किसी भी साइट पर तंग करने वाले पॉप अप रोकने के लिये।
15. संदेश - टूलबार में परिवर्तनों की अद्यतन सूचना । हिंदी के नये साइटों की सूचना और उस का विवरण । साथ ही सूचनाओं का पारस्परिक आदान-प्रदान ।
16. आनलाइन किताब- हिंदी के ऑनलाइन किताबों का लिंक ।
17. टूलबार आप्सन - टूलबार में दी गई सुविधाओं को चालू या बंद रखने की सुविधा ।
18. अन्य सुविधा - आप यहाँ मनचाहा गैजेट्स रख सकते हैं । कि आप इस टूलबार में कौन सा कंपोनेट रखना चाहते हैं तथा कौन सा कंपोनेट हटाना चाहते हैं।
19. अतिरिक्त उपयोगी कंपोनेंट - एमएसआफिस के वर्ड, एक्सेल आदि सभी घटकों, विंडो नोटपैड, विंडो रजिस्ट्री एडिटर, पैंट्स, आउटलुक एक्सप्रेस आदि को सीधे एक्सेस करने की सुविधा ।

20. और भी ढ़ेरों उपयोगी सामग्री- धीरे-धीरे हम इसे विकसित करेंगे । इसमें हिंदी का समग्र संसार सम्मिलित हो सकेगा - यथासंभव । और यह आपकी राय पर निर्भर करेगा ।

0 टूल-बार से क्या लाभ होगा ?
-यह इंटरनेट पर हिंदी को जानने, समझने पढने का सीधा और समय बचाने वाली सुविधा का दूसरा नाम है । यहाँ से आप बिना वेबएड्रेस जाने को याद रखे बिना सीधे हिंदी के संसार में प्रवेश कर सकते हैं । महत्वपूर्ण जाल-स्थलों तक फेवरिट्स में बुकमार्क किया बिना आप सीधे पहुँच सकते हैं । सच तो यह है कि उन्हें बार बार टाइप करने में लगने वाला समय भी बचता है । कहने का मतलब एक क्लिक से हिंदी दुनिया में प्रवेश ।

0 यदि मैं अपने पसंदीदा हिंदी साइट्स को जुड़वाना चाहूँ तो ?
- जी, हाँ, आपका स्वागत है । आप अपने साइट्स को स्वयं जुड़वा सकते हैं । इसके लिए बस आपको श्रेणीवार उसका युआरएल हमें भेजना होगा ।

तो आइये आपका हम तीनों भाई-बहन स्वागत करते हैं । हम यानी छात्र प्रगति, प्रशांत और प्रतीक चाहते हैं कि इस विकसित हिंदी केंद्रित टूलबार को स्थापित करें और देखें कैसे आप स्वयं को हिंदीमय महसूस करते हैं ।

हाँ, यह कोई आविष्कार नहीं है । न ही कोई खास खोज । बस्स हिंदी प्रेमियों को जोड़ने की एक सुविधा है । इसे हमने इंटरनेट पर उपलब्ध तकनीकी सुविधाओं की सहायता से उपलब्ध कराया है । यही सोचकर कि क्यों न हम अँग्रेजी जाने बिना ही सीधे हिंदीभाषी लोगों को इंटरनेट पर हिंदी के फैलते संसार से परिचित करा सकें ।

हम स्वागत करेंगे कि आप हमें अपना विचार पढ़ने का मौका दें । सुझाव दें ।



प्रगति, प्रशांत, प्रतीक

28 टिप्‍पणियां:

अनुनाद सिंह ने कहा…

बधाई हो!

टूल बहुत अच्छा लगा। मैने इसे फायरफाक्स पर स्थापित करके परखा।

बहुत शुभ संकेत है कि अब हिन्दी टूलबार बनाने में भी स्पर्धा हो रही है। सरकार के बाबुओं पर निर्भर रहे बिना आम जनता हिन्दी का पथ प्रशस्त कर रही है।

रवि रतलामी ने कहा…

प्रगति, प्रशांत, प्रतीक को बधाई व शुभकामनाएँ.

Anita kumar ने कहा…

bahut hi achcha prayaas hai meri shubhkaamnaayein, lekin hindi gatha ko download kerne ke pehle mein janana chahti hun ki kya isko download kerne se is samay hindi writer jisse mein likhti hun woh visthapit ho jayega kya,

हरिराम ने कहा…

बहुत उपयोगी सेवा प्रदान की है। कुछ और विषय जोड़ें-- हिन्दी शिक्षण के साइट्स की कड़िया, हिन्दी(देवनगारी) कम्प्यूटिंग की तकनीकी, समस्याएँ और समाधान सम्बन्धी लेखों की कड़ियाँ।

हरिराम ने कहा…

कई सर्वरों द्वारा सुरक्षा कारणों से .exe फाइल डाउनलोड ब्लॉक किया हुआ होता है। अतः इसे .zip फार्मेट में डाउनलोड हेतु उपलब्ध करवाएँ।

Sanjay Karere ने कहा…

अति उत्‍तम प्रयास, शुभकामनाएं. इंटरनेट पर अंग्रेजी का वर्चस्‍व समाप्‍त होकर रहेगा. कुछ और नया करने का प्रयास करें जो अब तक नहीं हुआ है. अनीता कुमार के प्रश्‍न का उत्‍तर दीजिए और हरिराम जी के सुझाव पर भी अमल कीजिए.

चलते चलते ने कहा…

आपके नाम ही प्रगति, प्रशांत व प्रतीक है जिससे साफ पता चलता है कि इंटरनेट की दुनिया में आप तीनों का नाम आने वाले वर्षों में खुब रोशन होगा। इस टूल बार के लिए आप तीनों को शुभकामनाएं। निरंतर सफलता मिले, यही इच्‍छा।

Dr. Zakir Ali Rajnish ने कहा…

आश्चर्यजनक किन्‍तु सत्य।
यकीन मानिए, आप लोगों ने वह कर दिखाया है, जिसकी मिसाल नहीं दी जा सकती।
हिन्दी सेवियों के इतिहास में आप सबका नाम सोने के अक्षरों में लिखा जाएगा
बधाई।

उन्मुक्त ने कहा…

बधाई पर यह कहता है कि System Requirements
Microsoft Windows 2000/XP अथार्त लिनेक्स पर नहीं चलता :-(

विजय ठाकुर ने कहा…

इंटरनेट पर हिंदीगाथा टूलबार के नाम से सर्च करने पर डाउनलोड करने के लिंक का कोई अता-पता नहीं मिलता…सिर्फ़ ये ब्लॉग दिखता है। बाकी पहले से मौज़ूद "पिटारा" नाम के टूलबार के ढेरो लिंक मिलते हैं, मेरी आपसे दरख्वास्त है कि इस बारे में करें ताकि सर्च इंजन वगैरह को इसका पता चल सके।

गिरीश राज साहू ने कहा…

गज़ब का काम है जी । आपके इस कार्य से हमें अत्यधिक सुविधा मिल रही है ।

Ashwini Kesharwani ने कहा…

prageet, prashant aur prateek ko is uttam prayash ke liye badhai, bahut achchha prayash hai.
prof. ashwini kesharwani

Swarna Jyothi ने कहा…

प्रशांत प्रगति और प्रतीक आप तीनों को बहुत बहुत बधाई मैं स्वर्ण ज्योति पाँडीचेरी से यह संदेश भेज रही हूँ मेरी मातृ भाषा तो कन्नड है पर मैं हिन्दी में लेखन का कार्य करती हूँ । आप के इस टूल से श्री मानस जी ने परिचय कराया। बहुत ही सराहनीय प्रयास है आप को साधुवाद । बस यह जानना चाहती हूँ कि किसि भी शब्द कोष को डाऊन लोड करने की सुविधा तो है पर क्या यह भी निशुल्क है ? मेरा एक काव्य संकलन छप चुका है और मेरा ब्लॉग 'अच्छा लगता है' पर आप का स्वागत है । यहाँ पाँडीचेरी की स्थानीय भाषा तमिल है। जिस कारण मुझे हिन्दी का न तो वातावरण मिलता है और न ही किसी प्रकार से सहयोग । आप का यह टूल मेरे लिये ठँडी हवा का झोंंका बन कर आया है । एक बार पुनः बधाई स्वीकारे

Ayush ने कहा…

जानकारी के लिए शुक्रिया , आपने बहुत अच्छा काम किया है यह जानकारी सबको देके |
मैंने भी हाल ही मे एक हिन्दी ट्राफिक परिसंख्यान टूल का प्रयोग किया , काफ़ी उंदा टूल है , आपलोग भी देखें : http://gostats.in

Harihar Jha ने कहा…

बहुत उपयोगी बहुत सुन्दर

बेनामी ने कहा…

मैंने टूलबार का प्रयोग किया। काफ़ी सार्थक प्रयास है। अच्छा लगा। बहुत होनहार बच्चे है और काफ़ी लगन है। उनका मनोबल और उत्साह बनाए रखे।

1। writeKA काम नहीन करता है। मैं लिखा mera bharat mahan और कहीं कुछ बदला नहीं। थोड़ी सहायता की ज़रुरत महसूस हुई।
2। आजकल में rss feed का प्रयोग बहुत अच्छा लगा।
3। समाचार पत्र मेन से 'इन्डिया टूडे' को हटा दे। ये पहले तो aajtak ले जाता है और फिर सारी links विडियो की है जिनके लिए login करना आवश्यक है।

जैसे जैसे मैं इसका और प्रयोग करुंगा, वैसे वैसे आपको प्रतिक्रिया भेजता रहूंगा।

बेनामी ने कहा…

बहुत बढिया. एक साथ लगभग सभी ज़रूरी उपकरण मौजूद है. राह और भी आसान हुआ हिन्दी अंतर्जालियों के लिए.

मेरा एक ब्लॉग है. लिंक भेज रहा हूं कृपया हिंदीगाथा के ब्लॉग की सूचि मे डाल दें.

राकेश कुमार सिंह

बेनामी ने कहा…

बहुत सुन्दर, इसको अनुरोध.काम से सम्बध्द कर रहा हूं.
-दुर्गेश गुप्त "राज"

Harihar ने कहा…

बहुत सुन्दर! मैं एक अर्से से इसका उपयोग कर
रहा हूं - घर व आफिस के क्म्प्यूटर पर.
क्या मेरे ब्लोग को लिस्ट में लिया जा सकता है?
http://hariharjhahindi.wordpress.com/

Harihar ने कहा…

आफिस के टूल बार में "वेब पत्रिका, समाचार-पत्र, संदर्भ-केन्द्र ..." आदि सभी जगह पर
ब्लेन्क सक्वायर दिखते हैं ऐसा क्यों होता है?

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

महाउपयोगी टूलबार
जिसको इंस्‍टाल करने के लिए
सबको सलाह देता हूं मैं बारंबार।

मैं तो इसके लाभ ले ही रहा हूं
और सब भी लेते रहें
ले भी रहे हैं बहुत सारे।

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

हरिहर जी ब्‍लैंक स्‍कवायर
के लिए कंट्रोल पैनल की
रिजनल एंड लैंग्‍वेज सैटिंग में
हिन्‍दी और इंडिया
दे जोड़
फिर बोल उठेंगे स्‍क्‍वायर ब्‍लैंक
न हो समाधान तो भेजें
मुझे मेल
हो जाएं ऑनलाईन
फिर जानें सारे खेल।

डॉ. राजेश नीरव ने कहा…

अदभुत.....

ashish ने कहा…

प्रगति, प्रशांत, प्रतीक को बधाई व शुभकामनाएँ. हिन्दी सेवियों के इतिहास में आप सबका नाम सोने के अक्षरों में लिखा जाएगा
बधाई।

बेनामी ने कहा…

sudhir sir aaj apse hmare college shaildevi mahavidyalaya me lecture sun ke bahut achha lga.... i really feel its a ocean for all hindi lover... gud job sir keep going. manish meshram

बेनामी ने कहा…

bahut atcha prayas.jari rakhiye

Unknown ने कहा…

बहुत सुन्दर

Unknown ने कहा…

मित्रो मैं कल ही बलॉग बनाया हुं पर मै मित्रो को कसे जोड़ु मित्रो मुझे भी मित्र ो बनालो ै